पेट को स्वस्थ और बीमारियों से बचाए–pet ko swasth aur bimariyon se bachaye
पेट अगर स्वस्थ नही है तो शरीर में रोग घर कर लेता है।
पेट सुखी तो हम भी सुखी ऐसा बड़े बुजुर्ग कहते भी है और सही भी कहते है।आपने देखा होगा कि अगर पेट में कोई समस्या है तो हमारा पूरा दिन खराब हो जाता है ना तो कुछ अच्छे से खाने का मन करता है ना ही कहीं बाहर जाने का मन करता है इसलिए पेट का सही होना बहुत जरूरी है और पेट के साथ-साथ और भी कई बीमारियां होने का खतरा बना रहता है क्योंकि सारे अंग पेट में ही मौजूद होते हैं और हमारे खान-पान से ही सब संचालित होते हैं जैसा हमारा खान-पान रहेगा उसी के अनुसार हमारा पेट भी रहेगा।
इसलिए अपनी जीवनशैली को सुधार कर हम कहीं न कहीं अपनी पेट की उन समस्याओं से दूर रह सकते हैं।
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| Stomach-pain |
खान–पान का तरीका
आजकल भारत में खानपान का तरीका कुछ ज्यादा ही बढ़ चुका है घर का खाना तो लोग भूल ही गए हैं लोग बाहर का खाना खाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं जो कहीं ना कहीं पेट की समस्याओं को पैदा करती हैं बाहर जाकर लोग चाइनीस,स्ट्रीट फूड अन्य कई तरह के जंक फूड खाते हैं जिससे हमें बचने की जरूरत है ध्यान देना है कि हमें कम तेल मसाले वाले,कम तले भुने और सबसे महत्वपूर्ण बात घर पर बने हुए खाने को ज्यादा अहमियत देनी चाहिए।
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| Street-food |
कोल्ड ड्रिंक्स का उपयोग
कोल्ड ड्रिंक्स की तो बात ही अलग है।आज कल उसका हर छोटे बड़े फंक्शन में उपयोग बड़े जोर शोर से किया जा रहा है।कोई कोई तो उसका प्रतिदिन उपयोग कर रहे है जो की गलत है।
इससे फैटी लीवर की समस्या,विटामिन की शरीर से कमी,हृदय रोग,डायबिटीज,मोटापा,त्वचा की सूजन और लाल चकत्ते और तो और कैंसर जैसी गंभीर समस्या हो सकती है।इससे बचे और रोजाना कम से कम इसका उपयोग बंद ही कर दे।
अगर गर्मी से छुटकारा ही पाना है तो छाछ,दही,इत्यादि का सेवन करे।
पेट के वसा को कम करे
पेट के वसा भी कई तरह की समस्या पैदा कर देते है कब्ज की समस्या,फैटी लीवर की समस्या,हार्टबर्न की समस्या वसा अधिक होने पर होता है।
महिलाओं में तो पथरी की समस्या का भी एक कारण वसा की मात्रा अधिक होना है।
इसलिए पेट के फैट को कम करत हम
इन समस्याओं से बच सकते हैं।
तनाव को कम करेे
अधिक तनाव में रहना हमारी पेट के लिए खतरनाक है इससे पेट में कब्ज और पेट का अल्सर भी हो जाता है इसलिए मेरी बात माने तो खाना खुशी खुशी और अच्छे माहौल में ही था कई लोग तो तनाव की स्थिति में ज्यादा ही खाने लगते हैं यह भी पेट के लिए अच्छा नहीं होता और कोई कोई तो तनाव में खाना खाना ही कम कर देता है जो की और भी पेट के लिए अच्छा नहीं होता पेट में मौजूद एसिड पेट की खाल को कमजोर कर देते हैं जोकि अल्सर का एक मुख्य कारण है।
धूम्रपान का उपयोग न करे
धूम्रपान करने से पेट से जुड़ी कई समस्या हो सकती है और इसे बताने की जरूरत आज शायद नही है की धूम्रपान करना सेहत के लिए कितना नुकसानदेह है।इससे पेट में जलन और अल्सर होता हाउस तो और यह स्वास ग्रासनली को कमजोर कर देती है जिससे की पेट की एसिड दूसरी दिशा में चली जाती है और रिफलक्स की समस्या हो जाती है।
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| Smoking |
अन्य पेट की समस्या
अगर पेट हमारा खराब है तो उसका प्रभाव हमारे दूसरे अंगो पर भी पड़ता है।हमे किडनी और लीवर से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।औरतों में तो uterus की समस्या भी हो सकती है।
किन बातो का ध्यान रखना हैै
1.एक बार में ज्यादा खाना नही लेना चाहिए और खाते समय खाना चबा चबाकर खाना चाहिए।
2.खाना हल्का और सुपाच्य होना चाहिए।
3.खाली पेट नही रहना चाहिए और जिनको गंभीर समस्या हो उनको तो बिलकुल खाली पेट नही रहना चाहिए।
4.दिन भर में 4–5 बार खाना लेना चाहिए।
5.रात में हल्का खाना लेना चाहिए।
6.खाना खाने के दो घंटे बाद ही सोना चाहिए।
7.पानी खूब पीना चाहिए।
8.रोज excersise करना चाहिए।
9.ड्राई फूड का सेवन करे।
10.गर्मी के मौसम में खीरा,ककड़ी,तरबूज,खरबूज,पपीता का सेवन करे जो की पेट को साफ भी रखेगा और डिहाइड्रेट होने से भी बचाएगा।
11.जिन वस्तुओ के साथ जिन चीजों का खाना मना हो उन्हें बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए।
12. हरी पत्तेदार सब्जी और दालों का प्रयोग अपने खाने में करना चाहिए।
13. हफ्ते में 3 दिन खिचड़ी खानी चाहिए।
14. इन सब चीजों के बावजूद भी अगर आपके पेट में समस्या बहुत ज्यादा हो तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।




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