उच्च रक्तचाप के रोगी के लिए सावधानी–high blood pressure ke rogi ke liye sawdhani

 उच्च रक्तचाप के रोगी के लिए सावधानी–high blood pressure ke rogi ke liye sawdhani

उच्च रक्तचाप में धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाता है।इसे ही धमनियों का रक्तचाप भी कहते है।
सामान्य रक्तचाप 120/80mmhg(सिस्टोलिक/डायलोस्टिक) होता है।अगर सिस्टोलिक 140mmhg है या उससे ऊपर है और डायलोस्टिक 100 है या उससे ऊपर है तो उच्च रक्तचाप है।आम भाषा में 140/100mmhg है या उससे ऊपर लगातार बना रूलता है तो आपको high blood pressure हैं।इसे हाइपरटेंशन(hypertension) भी कहते है।
high_blood_pressure_ke_rogi_ke_liye_sawdhani
High-blood-presdure-measurment



उच्च रक्तचाप के लक्षण

हाई ब्लड प्रेशर का कोई खास लक्षण नहीं दिखता है इसमे सिर में दर्द होना,छाती में दर्द होना,सांस लेने में कठिनाई,नाक से खून का आना,थकान महसूस होना। परंतु इन लक्षणों को लोग गंभीरता से नहीं लेते है। परंतु समय रहते ध्यान दिया जाए तो इस समस्या से बचा जा सकता है।

उच्च रक्तचाप का कारण

1.शारीरिक रूप से कम सक्रिय:–आज कल लोग शारीरिक रूप से उतने सक्रिय नहीं रहे न तो वो एक्सरसाइज करते है न तो घर का छोटा से छोटा काम बस काम पर जाते ही और दिन भर बैठे रहते है।यह उनके लिए है जिनकी उम्र 40 से ऊपर है। शारीरिक रूप से एक्टिव रहने से आपका हार्ट मजबूत बनेगा जिससे वह खून को आपके शरीर के हर हिस्से में पहुंचाने के लिए उसको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी इससे आपके और ऑर्टिज पर दबाव कम होगा और आप का बीपी कंट्रोल में रहेगा।

2.नमक ज्यादा खाना:–बहुत से लोग होते हैं जो नमक का ज्यादा प्रयोग करते हैं  खाने में नमक कम लगता है तो ऊपर से नमक डालते हैं सलाद खाते हैं उसमें भी नमक डालकर करते हैं salted चिप्स खाते रहते हैं जो कि हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ने में मदद करता है नमक में सोडियम की मात्रा होती है जिससे हमारे शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है और किडनी में वाटर रिटेंशन होने लगता है जिससे खून में ढेर सारे फ्लूड्स बहने लगते हैं जिस वजह से धमनियों में प्रेशर बढ़ता है और ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है।


3.वजन बढ़ना:–जो लोग मोटे होते है उनमें फैटी टिश्यू ज्यादा होता है जिससे रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती है और उनका संवहनी प्रतिरोध(vascular resistance) भी बढ़ने लगता है जिस वजह से हर्ट का काम बढ़ जाता हो हार्ट ज्यादा पंप करने लगता है जिससे हाई बीपी की समस्या होती है।

4.तनाव:–हाई बीपी का सबसे बड़ा कारण है तनाव में रखना आजकल हर कोई तनाव में रहता है उसको हर छोटी छोटी बात पर चिंता हो जाती है यहां तक कि छोटे-छोटे बच्चे भी किसी ने किसी बात से तनाव में रहते हैं तनाव से हमारे रक्त वाहिकाओं पर दबाव बढ़ जाता है। जिससे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है।

5.स्मोकिंग और ड्रिंकिंग:–स्मोक करने से निकोटिन की मात्रा बढ़ती है जिससे की रक्त वाहिकाएं स्थाई रूप से संकुचित हो जाती है फिर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है अगर आप कभी कभार या दिन में 1या2 सिगरेट पीते है तो भी ये काफी है।ड्रिंकिंग से भी हाई बीपी होता है।

6. अनुवांशिक:–अगर आपके करीबी रिलेशन(माता–पिता) में किसी को हाई बीपी की समस्या थी तो आपको भी हो सकता है।

7.गर्भावस्था:–गर्भावस्था में भी ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है।जिसका समय पर इलाज करा लेना चाहिए नहीं तो मां और बच्चे के लिए समस्या हो सकती है।

हाई ब्लड प्रेशर से होनी वाली समस्या

High blood pressure से कई गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो जाती है दिल का दौरा,धमनिविस्कार(धमनी की दीवारों में सूजन),हार्ट फेल होना,मेटाबोलिक सिंड्रोम,मस्तिष्क संबंधी समस्या,गुर्दे का कमजोर होना उसका संकुचित हो जाना,आंखों का कमजोर होना और रक्त कोशिकाओं का संकुचित होना

उपाय(prevention)

1. अपने खाने में ताजे फल और सब्जियों को प्राथमिकता दें और स्वस्थ खाएं।

2. अपने वजन पर कंट्रोल करें बीएमआई पर ध्यान दें।

3. रोज सुबह उठकर पैदल चले एक्सरसाइज करें 30 से 35 मिनट के एक्सरसाइज शरीर के लिए बहुत जरूरी है हफ्ते में कम से कम 5 दिन तो एक्सरसाइज अवश्य करें।

4. भरपूर मात्रा में नींद ले 6 से 8 घंटे की नींद मानव शरीर के लिए अति आवश्यक है।

5. Smoking और drinking का त्याग कर दे पहले धीरे-धीरे कम करें और फिर एकदम से छोड़ दें।

6. तनाव भरे माहौल से हमेशा दूर रहने की कोशिश करें।

7.हाई बीपी के रोगी को डेयरी प्रोडक्ट का उपयोग कम कर देना चाहिए।

8.नमक का प्रयोग कम कर देना चाहिए।

9.सोयाबीन तेल का प्रयोग अधिक करना चाहिए।

10.साबुत अनाज और dry fruits को अपने डाइट में शामिल करे।

11.मलाई वाले दूध को ना पिए।

12.लहसुन के प्रयोग करने से हाई बीपी में आराम मिलता है।

13.एक चम्मच शहद और उतना ही आंवले का रस मिलाकर पीने से भी हाई बीपी में आराम मिलता है।

14.तुरंत लेवल को कम करने की लिए काली मिर्च के पाउडर को आधे गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर 2–2 घंटे के अंतराल पर पिए आराम होगा।

15.खजूर के गिरी और खसखस को बराबर मात्रा में पीसकर अलग अलग रख ले और एक चम्मच रोग सेवन करे।

16.एक गिलास पानी में नींबू का रस निचोड़कर 3–3 घंटे पर पिए हाई बीपी में आराम मिलता है।

17.5 तुलसी के पत्ते और 2 नीम के पत्ते को आपस में पीसकर पानी में डालकर पीने से हाई बीपी में फायदा होता है इसका प्रयोग सुबह खाली पेट करे।

18.पालक और गाजर के रस का प्रयोग करने से हाई बीपी में आराम होता है।

19.करेला खाने से हाई बीपी में फायदा होता है।

20.3 gm मेथी के दाने का सुबह शाम प्रयोग करने से आराम होता है।

21.हाई बीपी के रोगी को ब्राउन राइस का प्रयोग करना चाहिए।

22.हाई बीपी को कम करने के लिए टमाटर का जूस,चुकंदर का जूस,अनार का जूस पीना चाहिए।

23.अदरक का प्रयोग खाने में करे।

24.खाने में तिल का प्रयोग करे।

                                  स्वस्थ रहे । मस्त रहे ।




एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ